नई दिल्ली । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को मनाने के लिए सशस्त्र बलों और रक्षा मंत्रालय के विभिन्न अन्य संगठनों द्वारा आयोजित प्रमुख कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का आभासी ढंग से शुभारंभ किया, जिसे 'आजादी का अमृत ​​महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है। राजनाथ सिंह ने देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन, जो लोगों में राष्ट्रीय गौरव की भावना पैदा करेंगे, के लिए मंत्रालय और सशस्त्र बलों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह आयोजन 'अनेकता में एकता' के भारतीय लोकाचार का प्रतिनिधित्व करते हैं। राजनाथ सिंह ने देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने वाले और अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कारगिल युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान देने वाले कैप्टन विक्रम बत्रा को याद करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि वीर नायकों की बहादुरी और गहरा जज़्बा आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा बना रहेगा। रक्षा मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित पांच स्तंभों (स्वतंत्रता संघर्ष, 75 साल पर आइडियाज़, 75 साल पर उपलब्धियां, 75 साल पर एक्शन और 75 साल पर संकल्प) पर भी प्रकाश डाला, प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी कल्पना तब की थी जब मार्च 2021 में उन्होंने 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि यह पांच स्तंभ देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ने के लिए एक मार्गदर्शक शक्ति के रूप में कार्य करेंगे। 
राजनाथ सिंह ने कहा, "हमारा उद्देश्य एक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर भारत बनाना है जो शांतिप्रिय हो, लेकिन जब भी चुनौती दी जाए तो इसका मुंहतोड़ जवाब देने में पूरी तरह सक्षम हो।" उन्होंने राष्ट्र को आश्वासन दिया कि सशस्त्र बल राष्ट्र की सुरक्षा, एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाली किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह सुसज्जित हैं। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों के बीच संयुक्तता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिए गए फैसले देश के सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।