नई दिल्ली । पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की सहमति से नवजोत सिद्धू को पंजाब का कांग्रेस प्रमुख नियुक्त किए जाने के बाद भी संघर्षविराम नहीं हुआ है। सिद्धू के ताजा ट्वीटस ने इस 'संधि' को तोड़ दिया है।
सोमवार को सिद्धू ने अकाली दल नेता विक्रम मजीठिया और अन्य के खिलाफ कार्रवाई न करने के मामले में एक बार फिर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा। यह सभी कथित तौर पर 2018 के ड्रग ट्रैफिकिंग केस में शामिल थे। नवजोत ने अपने ट्वीट में लिखा, 'ड्रग के कारेाबार के दोषियों को सजा देना 18 प्वाइंट्स के एजेंडे के तहत कांग्रेस की प्राथमिकता रही है। मजीठिया पर क्या कार्रवाई की गई। यदि और देर हुई तो हम रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के लिए पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव लाएंगे।' मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर सिद्धू ने ड्रग की समस्या को हल करने में अपनी पार्टी की सरकार की कथित अक्षमता पर भी सवाल उठाया। नवजोत सिद्धू के इन ट्वीट ने अमरिंदर और उनके बीच के मतभेदों को एक बार फिर सामने ला दिया है।
सिद्धू ने पिछले माह पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया था। इस मौके पर पहले भाषण में उन्होंने कहा था कि मैं मुख्यमंत्री के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करूंगा।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य में संभावित कैबिनेट फेरबदल से पहले दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले। पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के साथ उनके मतभेद खत्म नहीं होने के मिले मजबूत संकेतों के बीच 'कैप्टन' का यह दिल्ली दौरा हो रहा है।
सिद्धू ने अकाली दल नेता मजीठिया और अन्य के खिलाफ कार्रवाई न करने पर पंजाब सरकार पर निशाना साधा
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