
भोपाल में डीआईजी इरशाद वली ने ट्रैफिक पुलिस पर नकेल कस दी है। अब ट्रैफिक पुलिस कहीं भी खड़े होकर वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों को परेशान नहीं कर पाएगी। चेकिंग के नाम पर चालान काटे जाने की कार्यप्रणाली को तत्काल प्रभाव से बंद करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी अगर कहीं से इस तरह की चेकिंग की जाती है, तो फिर संबंधित के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
डीआईजी भोपाल इरशाद वली ने निर्देशित करते हुए कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था चेकिंग में लगे अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा चेकिंग के दौरान वाहनों को रोककर उनके पेपर आदि देखे जाते हैं। इस कारण चेकिंग स्थल पर जाम की स्थिति बन जाती है, जिससे आमजन को परेशानी होती है।
यातायात व्यवस्था में लगे अधिकारी/कर्मचारियों को वाहन चालकों के पेपर आदि चेक करने की आवश्यकता नहीं है। ट्रैफिक में लगे सभी अधिकारी/कर्मचारियों की जिम्मेदारी है कि नियमानुसार वाहन संचालित होते रहे। डीआईजी वली ने बताया कि चेकिंग के कारण ट्रैफिक जाम की शिकायतें मिली हैं। पुलिस का पहली ड्यूटी ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाए रखने का है। इस कारण यह निर्देश दिए हैं।
नियमों का पालन नहीं करने पर कार्रवाई
- वाहन चालकों द्वारा यातायात के नियम पालन नहीं करने पर उनके विरुद्ध मोटर व्हीकल एक्ट के तहत ड्यूटी पर तैनात अधिकारी/कर्मचारी वैधानिक कार्रवाई कर सकते हैं।
- यातायात व्यवस्था में ड्यूटी के दौरान सिर्फ बीडीपी पोर्टल के माध्यम से यह चेक किया जाएं कि वाहन चोरी अथवा अपराध में लिप्त तो नहीं है।
- यदि दोनों में से किसी भी शामिल पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाए।
निर्देश : इसके अतिरिक्त किसी भी वाहन चालक से कागजात मांगे जाने की जरूरत नहीं है। अगर इस आदेश का पालन नहीं किया जाता है और कोई शिकायत आती है तो संबंधित अधिकारी/कर्मचारी के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।