जयपुर. राजस्थान के आमागढ़ दुर्ग (Amagarh Fort) पर भगवा ध्वज फाड़ने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. अब खबर है कि पुलिस की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था को धता बता राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीना (Rajya Sabha MP Kirori Lal Meena) ने आमागढ़ फोर्ट पर मीणा समाज का झंडा लहराया है. अपने वादे के मुताबिक, उन्होंने झंडा लहराया है. वहीं, पुलिस ने किरोड़ी लाल मीणा समेत झंडा फहराने वाले सात लोगों को आमागढ़ दुर्ग से हिरासत में ले लिया है.
दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा ने शनिवार को प्रशासन को चेतावनी दी थी कि हर हाल में आमागढ़ दुर्ग पर झंडा फहराएंगे. ऐसे में इस बयान के बाद आमागढ़ दुर्ग की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. आमागढ़ दुर्ग की सुरक्षा के लिए पुलिस 1500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे. साथ ही 50 दंगा नियंत्रण वाहनों को लगाया था. साथ ही एसटीएफ के 600 पुलिसकर्मी उपद्रव को रोकने के लिये मौजूद रहने का दावा किया गया था.
बता दें कि एक सप्ताह पहले कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने आमागढ़ फोर्ट से भगवा झंडा हटाया था. इस दौरान भगवा झंडा फाड़ दिया गया था. झंडा फाड़ने का आरोप रामकेश मीणा पर लगा था. इसके खिलाफ किरोड़ी लाल मीणा की अगुवाई में हिंदूवादी संगठन पिछले कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे. साथ ही फिर से भगवा ध्वज लगाने की मांग कर रहे थे. किरोड़ी लाल मीणा ने आज फोर्ट पर झंडा फहराने की चेतावनी दे रखी थी. दूसरी तरफ रामकेश मीणा और उनके समर्थकों ने झंडा नहीं लगाने देने की चेतावनी दी थी.
किरोड़ी लाल मीणा छापामार तरीके से समर्थकों के साथ पहाड़ी पर पहुंचे
तनाव को देखते हुए दुर्ग पर पुलिस बल तैनात किया गया था. लेकिन किरोड़ी लाल मीणा छापामार तरीके से अपने समर्थकों के साथ पहाड़ी पर पहुंचे और मीन भगवान का झंडा फहराया. वहीं, पुलिस ने मीणा समेत सात लोगों को हिरासत में लेकर उन्हें दुर्ग से नीचे उतारा. अब आमागढ़ पहाड़ी स्थित किले पर पुलिस का पहरा है.
इधर, आमागढ़ फोर्ट पर मीणा को हिरासत में लिए जाने के बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने मामले में ट्वीट कर किरोड़ी लाल मीणा को रिहा किए जाने की मांग की है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है, ‘आमागढ़ किले के मामले में धर्म के नाम पर राजनीति कर रही कांग्रेस को करारा जवाब देने वाले डॉ. किरोड़ी लाल मीणा जी की गिरफ़्तारी निंदनीय है. डॉ.मीणा को तुरंत रिहा किया जाये.’