
इंदौर ने 1 जुलाई को फिर से टीकाकरण अभियान में एक नया मुकाम हासिल किया। दिनभर में जहां 74 हजार 592 लोगों को टीके लगे। वहीं, 12 वार्ड ऐसे रहे जो अब 100% वैक्सीनेशन वाले वार्ड बन गए हैं। इन वार्डों ने इस मुकाम को पाने के लिए एक्स्ट्रा तैयारियां कीं। इन्होंने पूरे वैक्सीनेशन को विधानसभा चुनाव की तरह से लिया। वोटर लिस्ट खंगाली, घर-घर जाकर सर्वे किया।
आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी के सदस्य, सामाजिक संस्थाएं, क्षेत्र के बड़े नाम, कॉलोनियों के पदाधिकारियों को जोड़ने के साथ ही कई कई तरह की स्कीम भी चलाई। कहीं पर वैैक्सीनेशन करवाने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए घड़ियां बांटी गईं। मास्क, सैनिटाइजर वितरित किए गए। तो कहीं पर वैक्सीनेशन सेंटर को लोगों के पास लेकर जाने की कोशिश हुई।
विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक लाया गया
वार्ड 33 में 100 फीसदी वैक्सीनेशन को लेकर पार्षद रहे राजेंद्र राठौर ने बताया कि पिछले चार महीने से हम वैक्सीनेशन के काम में लगे हुए हैं। यहां प्रतिदिन 400 से 500 डोज कम से कम लगते रहे हैं। 21 तारीख को हमने जब सर्वे किया तो पता चला कि वार्ड में अभी 496 लोग वैक्सीनेशन के लिए बचे हैं। इस पर हमने उन्हें चिंहित करना शुरू किया। 23 और 25 जून को कुछ लेागों को वैक्सीन लगवाई। बचे हुए 236 लोगों को हमने आज वैक्सीन लगवाई। यहां पर सुबह साढ़े 7 बजे से लाइन लग गई थी।
9 बजे तक हमने सभी को वैक्सीन लगा दी थी। कई को सेकंड डोज भी लग चुके हैं। हमारा टारगेट है कि तीन महीने में हम सभी को सेकंड डोज भी लगवा देंगे। उन्होंने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम को विधानसभा चुनाव की भांति लिया गया। लोगों को गाड़ियों में बिठाकर घरों ले वैक्सीनेशन सेंटर तक लाया गया। वैक्सीन लगाने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए हमने घड़ियां तक उपहार में बांटी। मास्क सैनिटाइजर तो बड़े स्तर पर हमने बां
वार्ड में सबसे ज्यादा 73121 लोगों को वैक्सीन लगवाई
वैक्सीनेशन अभियान में पूरे शहर में नंबर वन रहे रामबाग वार्ड 57 में भी 100% टीकाकरण हो चुका है। वार्ड पार्षद रहीं दीपिका कमलेश नाचन ने बताया कि जबसे वैक्सीनेशन का कार्य शुरू हुआ तब से ही हमने योजनाबद्ध तरीके से क्षेत्र के हर नागरिक को वैक्सीन लगाने का अभियान चलाया। इसके लिए हमने वार्ड को 15 हिस्साें में बांटकर कार्यकर्ताओं की 15 टुकड़े बनाईं। इतना ही नहीं वैक्सीनेशन के लिए एक-एक नागरिक का हिसाब रखा। इस काम में सामाजिक संस्थाएं, रहवासी संघ, व्यापारिक संगठन, महिला संगठन का भी सहयोग लिया गया। इस पूरे सहयोग का ही यह परिणाम रहा कि रामबाग का वार्ड पूरे इंदौर शहर में वैक्सीनेशन में नंबर एक पर आया है।
टारगेट पूरा होते ही खिलाई एक-दूसरे को मिठाई
नाचन ने बताया कि 1 जुलाई को वैक्सीनेशन का सत्र शुरू होने से पहले हमारे वार्ड में 87 व्यक्ति वैक्सीनेशन से शेष बचे हुए थे। इनमें से हर व्यक्ति को उसके घर पर जाकर चिन्हित कर दिया गया था। इन सभी व्यक्तियों को सुबह से उनके घर से टीकाकरण केंद्र पर ले जाया गया। सुबह 10 बजकर 8 बजे ही रामबाग वार्ड ने अपनी सफलता का परचम लहरा दिया। यह पूरे इंदौर का एकमात्र ऐसा वार्ड है, जिसमें की करीब 73121 नागरिकों को वैक्सीन लगाई गई है।
यह किसी भी वार्ड में किया गया सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन है। शत प्रतिशत वैक्सीनेशन होते ही वार्ड पार्षद दीपिका नाचन ने इंदौर नगर निगम की उपायुक्त आरती खेडेकर तहसीलदार लोकेश आहूजा एवं कमलेश नाचन ने मां अहिल्या की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण किया और उसके साथ ही सभी ने एक दूसरे को बधाई देते हुए मीठा मुंह कराया।
वार्ड 13 और 57 में वैक्सीनेशन के प्रबंधन में लगे एचएमएस मयंक श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी जो टीम है। वह वार्ड में घर-घर तक पहुंची और लोगों को मोटीवेट किया। हमने इसकी तैयारी तीन - चार महीने पहले ही वैक्सीन लगने के साथ ही कर दी थी। स्लॉक बुक के साथ ही लोगों में जागरुकता लाने की कोशिश शुरू की गई। महाअभियान में हमने जनप्रतिनिधियों, मार्केट एसोसिएशन, कॉलोनियों के अध्यक्ष, सामाजिक संगठनों को जोड़ा।
वार्ड में वैक्सीनेशन सेंटरों की संख्या बढ़ाई। ऐसे लोग जो सेंटर तक नहीं पहुंच सकते थे। उनके लिए गाड़ियों की व्यवस्था की गई। मयंक के अनुसार 100 फीसदी वार्ड वाले सभी वार्डों ने करीब-करीब इसी प्रकार की व्यवस्था रही।
वार्ड 80 में 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन करवाने में अहम भूमिका निभाने वाले जनप्रतिनिधि बलराम वर्मा ने बताया कि हमने सबसे पहले 6 सेंटर बनाए। यहां पर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था की गई। कोशिश यही रही कि सेंटर दूर होने की जगह पास में रहे। रहवासी संघ, कॉलोनियों के पदाधिकारी, सामाजिक संगठनांे को जोड़ा गया। इसके अलावा 18 प्लस वालों को स्लॉट में आ रही परेशानी को दूर करने के लिए एक टीम बना दी। यह टीम लोगों को स्लॉट बुक करने में मदद करने लगी। बुजुर्गों के लिए भी अलग से व्यवस्था की, जिससे वे सेंटर पर पहुंचे और तत्काल वैक्सीनेशन हो पाया।
इस कारण भी संभव हुआ शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन
700 अतिरिक्त वैक्सीनेटर बढ़ाए गए। अस्पतालों के साथ निगम के कार्यालय व पानी टंकी पर केंद्र बनाए।
जिन वार्डों में टीकाकरण से लोग छूट गए थे, वहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा अतिरिक्त डोज दिए गए।
घर-घर जाकर कर्मचारियों से ऐसे लोगों को चिह्नित करवाया गया, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया था।
जनप्रतिनिधि और स्वयंसेवी संगठनों की मदद से लोगों को टीकाकरण केंद्र तक लाने के लिए प्रेरित किया।
विधानसभा-लोकसभा के द्वारा बनी वोटर लिस्ट को देखा, जो बचे थे उन्हें घरों से खुद के वाहन में लेकर आए।
इंदौर जिले में वैक्सीनेशन का टोटल आंकड़ा
जिले में अब तक 24 लाख 99 हजार 262 लोगों को टीके लग चुके हैं। यह लक्षित आबादी का 86% है। इनमें से 76% लाेगाें काे पहला डाेज यानी 21 लाख 56 हजार 282 लाेग पहला डाेज लगवा चुके हैं। अब तक 3 लाख 42 हजार 980 काे दूसरा डाेज लगा है। शहर के 85 में से 12 वार्ड 100% वैक्सीनेट हो चुके हैं। यह आंकड़े प्रशासन और नगर निगम ने जारी किए हैं। जिले में 18 प्लस की 28 लाख आबादी को टीका लगवाना निर्धारित किया गया है।