
इंदौर के महू में प्लाईवुड कारोबारी के बेटे ने अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए कोरोना की मदद ली है। उसने कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार की उसे पत्नी को भेज दिया। खुद को कोविड सेंटर में भर्ती होना बताया। एक माह से ज्यादा समय होने के बाद जब वह घर नहीं लौटा तो पत्नी को शक हुआ। उसने अपने पिता से रिपोर्ट की जांच के लिए भेजा। दामाद की रिपोर्ट के बारे में लैब से तहकीकात की तो पता चला कि रिपोर्ट ही फर्जी है। अब लैब ने कारोबारी के बेटे पर शुक्रवार को FIR दर्ज कराई है।
छोटी ग्वालटोली थाने के टीआई संजय शुक्ला के मुताबिक दो माह पहले प्लाईवुड कारोबारी के बेटे एजाज अहमद की शादी हुई थी, लेकिन अनबन को लेकर वह पत्नी से दूर रहना चाह रहा था। उसने 25 मई को एक फोटोशॉप एप डाउनलोड किया और इंदौर के सेंट्रल लैब के एक पीड़ित व्यक्ति की कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट को अपने नाम से बदल कर परिवार को दिखा दिया। इससे कोरोना पॉजिटिव मानकर पत्नी और परिवार वाले उससे दूर हो गए।
पत्नी को हुआ शक
एजाज की पत्नी को शक हुआ कि वे घर पर ठीक थे और कोरोना के कोई लक्षण भी नहीं है। एक महीने से ज्यादा हो गया। इसके बाद पत्नी ने अपने पिता को यह रिपोर्ट की जांच करने को कहा। पिता ने तुरंत सेंट्रल लैब की वेबसाइट से उसका टोल फ्री नंबर तलाशा और लैब द्वारा उसका आईडी नंबर को चेक कराया। लैब की तरफ से बताया कि कोविड रिपोर्ट के साथ छेड़छाड़ कर मरीज के नाम की जगह एजाज ने अपना नाम एडिट किया है। वहीं रिपोर्ट की कॉपी आने पर सेंट्रल लैब की संचालिका विनीता कोठारी ने थाने में शुक्रवार को शिकायत की। इस पुलिस ने एजाज के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश कर रही है।